सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं। इस एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। कामिका एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए हुए सारे पाप कट जाते हैं। इस दिन श्रद्धाभाव से कामिका एकादशी पर श्रीनारायण हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करें। कामिका एकादशी का व्रत करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि इस एकादशी के स्मरण मात्र से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है और जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करता है और उत्तम लोक में स्थान प्राप्त करता है। इस व्रत को रखने वाले जातक को एकादशी की कथा पढ़नी या सुननी चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु के मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप करें और विष्णुसहस्रनाम का पाठ भी करें।