नाग पंचमी भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। नाग पंचमी श्रावण के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। नाग पंचमी का त्यौहार देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। कुंडली में यदि राहु और केतु की दशा चल रही है तो उन्हें भी नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार नागपंचमी के दिन व्रत रखने से और पूरे विधि विधान से पूजा करने से आपकी कुंडली के कालसर्प दोष और राहु केतु दोष दूर हो जाते हैं। इस दिन शिव जी के साथ ही नाग देव की विशेष पूजा करनी चाहिए।
नाग पंचमी पर नाग अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, कंबल, शंखपाल, कालिया का ध्यान करते हुए नाग प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। अगर नागदेव की प्रतिमा न हो तो शिवलिंग पर स्थापित नागदेव की पूजा कर सकते हैं। नागदेव को जल, दूध चढ़ाने के बाद हल्दी, रोली और फूल चढ़ाएं। इस दिन नाग देवता की कथा पढ़ें एवं सुनें।