रक्षाबंधन सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता को दर्शाता है। रक्षा बंधन या राखी, भाई-बहनों के बीच अटूट प्यार का प्रतीक है। महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि रक्षाबंधन मनाने से भाई बहन दोनों को दीर्घायु की प्राप्ति होती है। यह त्यौहार प्रतिवर्ष श्रावण मास (सावन माह) की पूर्णिमा तिथि पर पड़ता है।
इस दिन बहनें पूजा-अर्चना करके भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधती हैं और भाइयों के लंबे स्वास्थ्य व जीवन में सफल होने की कामना करती हैं। वहीं भाई भी अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। रक्षा करने और करवाने के लिए बांधा जाने वाला पवित्र धागा रक्षा बंधन कहलाता है। रक्षाबंधन का त्योहार प्रेम के साथ स्नेहबंधन व रक्षा के संकल्प भाव को लेकर आता है। यह त्योहार राखी यानी रक्षा सूत्र के बिना पूरा नहीं होता।