अनंत चतुर्दशी व्रत का सनातन धर्म में बड़ा महत्व है, इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। भगवान विष्णु को अनंत के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है अंतहीन। भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। अनंत चतुर्दशी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भारत में, विशेष रूप से महाराष्ट्र और गोवा राज्यों में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
महंत श्री पारस भाई जी कहते हैं कि यह दिन सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है जो भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए समर्पित है, जो इस ब्रह्मांड के संरक्षक हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के पश्चात बाजू पर अनंत सूत्र बांधा जाता है। अनंत चतुर्दशी की पूजा में सूत्र का बड़ा महत्व है। यह अनंत सूत्र शुद्ध रेशम या कपास के सूत के धागे को हल्दी में भिगोकर 14 गांठ लगाकर तैयार किया जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन भी किया जाता है।