हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का संबंध भगवान विष्णु से है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को दान दिया जाता है। इस तिथि का महत्व इसलिए है क्योंकि ये पितृ पक्ष के दौरान आती है। इस व्रत के प्रभाव से पितरों को यमलोक की परेशानी नहीं झेलनी पड़ती और उन्हें मोक्ष मिलता है। साथ ही इस इस व्रत के प्रभाव से पापों का नाश होता है।
इंदिरा एकादशी की खास बात यह है कि यह पितृ पक्ष में आती है इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार इस एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति की सात पीढ़ियों तक के पितृ तृप्त हो जाते हैं। इस एकादशी का व्रत करने वाला स्वयं मोक्ष प्राप्त करता है। इंदिरा एकादशी का व्रत करने और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से कन्यादान और अन्य पुण्यों के बराबर फल मिलता है। इस एकादशी पर शालिग्राम की पूजा की जाती है।