दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत और दुनिया भर में हिंदुओं द्वारा सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। विजयादशमी का त्योहार हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और असत्य पर सत्य की जीत हासिल की थी। इसलिए हर साल बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में रावण के पुतले का दहन किया जाता है। रावण के साथ उनके भाई कुंभकर्ण और मेघनाद का भी पुतला जलाया जाता है।
सनातन धर्म में विजयादशमी के पर्व का अपना एक विशेष महत्व है। शारदीय नवरात्रि की समाप्ति के बाद दशहरा उत्सव मनाया जाता है। यह त्यौहार अधर्म पर धर्म की जीत का जश्न मनाता है। इस दिन भगवान श्री राम ने लंकापति रावण का वध किया था। इसके साथ ही देश के कई हिस्सों में लोग दशहरे के दिन देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। साथ ही दशमी तिथि को माँ दुर्गा को विदा किया जाता है। यह उत्सव भारत के सभी हिस्सों और दुनिया भर में रहने वाले भारतीय प्रवासियों में नवरात्रि के दसवें दिन बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है।