पापाकुंशा एकादशी व्रत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन किया जाता है। इस दिन सृष्टि के पालनहार श्री विष्णु भगवान की पूजा की जाती है। एकादशी के जिस व्रत से पापों पर अंकुश लग जाता है उस व्रत को पापांकुशा एकादशी कहा जाता है।
महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि इस एकादशी व्रत के समान अन्य कोई व्रत नहीं है। इस एकादशी में भगवान पद्मनाभ का पूजन और अर्चना की जाती है। वनवास से लौटने के बाद भगवान राम और उनके भाई भरत का मिलाप भी इसी एकादशी तिथि को हुआ था, इसलिए इस तिथि का महत्व और बढ़ जाता है। इस एकादशी के दिन दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।