हिन्दू धर्म में व्रत, पूजा-पाठ, उपवास आदि का काफी महत्व है। वैसे तो हिन्दू धर्म में हर महीने की प्रत्येक तिथि को कोई न कोई व्रत या उपवास होते हैं लेकिन लेकिन इन सब में प्रदोष व्रत की मान्यता बहुत अधिक है। इस व्रत में भगवान शिवजी की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत को त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जानते हैं।
हर माह दो प्रदोष व्रत होते हैं, एक कृष्ण पक्ष का और दूसरा शुक्ल पक्ष का। ऐसा माना जाता है कि सच्चे मन से इस व्रत रखने पर व्यक्ति को मनचाहे वस्तु की प्राप्ति होती है। हर प्रदोष व्रत के फायदे अलग अलग हैं। महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि जिस वार को जो प्रदोष व्रत आता है, उसे उस वार के नाम से जाना जाता है।