हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी कहा गया है। इसे भूमि एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने का विधान है। यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी है, इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को नीच योनि से मुक्ति मिलती है एवं मृत्यु के बाद भूत-प्रेत नहीं बनना पड़ता है।
हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है।
महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। पद्म पुराण के अनुसार, भगवान कृष्ण ने खुद धर्मराज युधिष्ठिर को जया एकादशी की महिमा के बारे में बताया है।