फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव एवं मां पार्वती परिणय सूत्र में बंधे थे। महाशिवरात्रि शिव पूजा के लिए बहुत ही श्रेष्ठ दिन माना गया है। क्योंकि यह शिव और शक्ति के मिलन का दिन है। महंत श्री पारस भाई जी ने कहा कि इस व्रत के पुण्य से विवाहितों को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और अविवाहितों की शादी के योग शीघ्र बनने लगते हैं।
शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का त्यौहार बहुत महत्वपूर्ण होता है। भोलेनाथ के भक्तों को महाशिवरात्रि का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन देवों के देव महादेव और आदिशक्ति मां पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत को करने से ही घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। इस दिन शिव पूजा करने से समस्त संकट दूर हो जाते हैं और मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग में शिव वास करते हैं।