भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। हनुमान जी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। वैसे हनुमान जी का जन्मोत्सव साल में दो बार मनाया जाता है। दो बार हनुमान जयंती मनाने के पीछे कई वजह हैं।
पहला हनुमान जन्मोत्सव चैत्र पूर्णिमा को मनाया जाता है और दूसरा जन्मोत्सव दिवाली के पास कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। दूसरी हनुमान जयंती विजय अभिनन्दन महोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार माने जाते हैं। महंत श्री पारस भाई जी ने कहा कि कलयुग में हनुमान जी की पूजा से आपकी सभी इच्छायें पूरी होती है। साथ ही हनुमान जी की श्रद्धापूर्वक पूजा करने से ग्रह पीड़ा और शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है।