उत्तराखंड के हल्द्वानी में भयानक हिंसा की घटना सामने आई है। इस घटना ने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना से ऐसा लग रहा है कि मानो इस राज्य की शांति भंग हो गई हो। आखिर किसने यहाँ की शांत फिजा का सुकून और खुशी छीन ली है। ऐसी घटना की किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। आपको बता दें कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस प्रशासन की टीम पर उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में 6 लोगों की मौत हो गई। दरअसल अवैध तरीके से बने मदरसे और मस्जिद के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में लोगों ने पथराव किया। यहाँ पर लोगों द्वारा जगह-जगह तोड़फोड़ की गयी।
नैनीताल की जिला मजिस्ट्रेट वंदना जी ने जानकारी देते हुए कहा कि हाईकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था और हाईकोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में कई जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। ये हिंसा एक मदरसे और नमाज स्थल के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई के बाद हुआ। नैनीताल पुलिस ने कहा है कि हल्द्वानी थाना क्षेत्र के बनभूलपुरा में चिह्नित स्थल पर अतिक्रमण हटाने का काम हो रहा था, तभी पथराव शुरू हो गया। यहाँ हालात बेकाबू हो गये। यहाँ आम लोगों के साथ-साथ सरकारी संपत्ति का भी नुक़सान हुआ। यहां पर लोगों द्वारा पुलिसकर्मियों और प्रशासन को निशाना बनाया गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस राज्य में शांति बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जायेगा।
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है और सदा से यह राज्य शांत रहा है। उत्तराखंड की संस्कृति है ही इतनी महान लेकिन हल्द्वानी की हिंसा देवभूमि पर दाग लगा गई। क्योंकि ऐसे खून के छींटे देवभूमि पर पड़े, ये सोचकर भी जेहन में टीस सी उठती है। महंत श्री पारस भाई जी ने उत्तराखंड के बारे में बताया कि उत्तराखंड अपनी खूबसूरत वादियों के लिए देश-विदेश में जाना जाता है। यहाँ की मनोरम वादियां और खूबसूरत नज़ारे हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं इसलिए हल्द्वानी की हिंसक घटना ने पूरे उत्तराखंड को बैचैन कर दिया है।
उत्तराखंड की बात करें तो राज्य के कई इलाकों में काफी संख्या में मुस्लिम आबादी रहती है और ये लोग अब यहां की संस्कृति से रूबरू हो गए हैं। यहाँ तक कि मंदिरों की सजावट या कार्यों में भी वे अपना पूरा सहयोग देते हैं। फिर अचानक हुई इस घटना ने उत्तराखंड की शांति उड़ा सी दी है। आखिर किसने इस देवभूमि का सुकून और हँसी छीन ली है। हर कोई इस घटना से हैरान और परेशान है। क्यों और किसने देवभूमि के शांत वातावरण में जहर घोलने का प्रयास किया है, ये सबसे बड़ा सवाल है। इस हिंसक घटना पर पारस परिवार के मुखिया और डेरा नसीब दा के महंत श्री पारस भाई जी ने कहा कि इस राज्य में शांति भंग करने वाले हर व्यक्ति को सजा मिलनी चाहिए।
उत्तराखंड हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम हिंसा भड़क उठी। यहाँ कई पुलिसकर्मियों के साथ साथ 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सूचना मिली है कि सुबह तक 6 लोगों की मौत हुई है। सुबह हल्द्वानी में चारों ओर तबाही के निशान दिखे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन का आदेश दिया है और पुलिस ने हिंसा में शामिल हुए लोगों के खिलाफ ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को हल्द्वानी भेजा गया है।
हल्द्वानी शहर में सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया है और स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लोगों को घर से बाहर निकलने से मना किया गया है। यहाँ हॉस्पिटल और दवाईयों की दुकानों को छोड़कर बाकी सब कुछ बंद रखने के आदेश जारी कर दिये गए हैं। यहाँ के बिगड़ते हालात को संभालने के लिए आसपास के जिलों से फोर्स बुलाई गई है,पीएसएसी को भी मोर्चे पर लगा दिया गया है और साथ ही सेंट्रल फोर्स की भी तैनाती पूरी चौकसी से की गई है। यहाँ के बाजार, स्कूल और ऑफिस सब कुछ पूरी तरह से बंद कर दिये गये हैं।
नैनीताल की जिला मजिस्ट्रेट वंदना ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था को सही स्थिति में रखने के लिए हल्द्वानी में कर्फ्यू लगाया गया है, जिसमें शहर में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। जिले में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है ताकि कोई भी दंगाई या असामाजिक तत्व अफवाह ना फैला सकें। क्योंकि इस समय यहाँ के हालत बेकाबू हैं इसलिए कोई भी व्यक्ति जरुरी कार्यों को छोड़कर घर से बाहर नहीं निकलेगा यह आदेश जारी कर दिया गया है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है उससे ऐसा लग रहा है कि यह सब कुछ पहले से निर्धारित था और इसे बहुत ही प्लान्ड तरीके से अंजाम दिया गया है। आगे डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि पुलिस अतिक्रमण हटाने गई थी और यहाँ पर भीड़ ने हथियारों से फायरिंग की, हमला किया और पेट्रोल बम फेंके, वह पूरी तैयारी में थे। उनका कहना है कि जो लोग इस साजिश के पीछे थे उनके खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा और उनके खिलाफ जांच की जा रही है।
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