हमारे हिंदू धर्म में रामायण एक पवित्र ग्रंथ है और घर में रामायण रखना शुभ माना जाता है। महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार जिस घर में रामायण होती है उस घर में नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होता है। इसके अलावा मंदिर में राम दरबार भी लगाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में राम दरबार लगाकर पूजा करने से परिवार के संकट टल जाते है और राम जी की भी कृपा बनी रहती है। घर के मंदिर में राम दरबार लगाना शुभ माना जाता है और रोजाना भगवान राम की श्रद्धा भाव से पूजा करने से जीवन में कभी हार नहीं होती है। चलिये आज इस ब्लॉग में जानते हैं क्या है मंदिर में राम दरबार का महत्व ?
हर घर में राम दरबार की पूजा जरूर की जाती है। महंत श्री पारस भाई जी का कहना है कि भगवान राम की पूरे दरबार के साथ पूजा अर्चना करने से घर में सुख और सौभाग्य आता है। इसके अलावा घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है और नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार रोजाना राम दरबार की पूजा करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है और कुंडली के जो भी ग्रह दोष होते हैं वो भी दूर होते हैं। मान्यताओं के अनुसार राम दरबार से परिवार के सदस्यों में हमेशा प्यार व एकता बनी रहती है।
Also Read :- हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध और सुंदर मंदिर
कुछ लोग त्योहारों व शुभ अवसरों पर भी राम दरबार लगाते हैं। इसलिए राम दरबार का विधि-विधान से पूजन करें। भगवान राम का जीवन समाज के सामने एक पूर्ण आदर्श जीवन जीने का उदाहरण देता है। शास्त्रों में राम दरबार की पूजा का बहुत महत्व माना गया है। राम दरबार की पूजा से पारिवारिक क्लेश दूर होता है और सद्भावना बढ़ती है। भगवान राम की पूरे दरबार के साथ पूजा करने से आपका भाग्य जाग जाता है और आपका भाग्य तेजस्वी होता है। राम दरबार भगवान राम के सम्मान के दरबार को दर्शाता है,
जिसमें उनके साथ उनकी पत्नी सीता, उनके भाई लक्ष्मण और उनके प्रबल भक्त हनुमान हैं। महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार राम दरबार को अपने घर या कार्यस्थल पर रखने से जीवन में शांति आती है और इससे एक आध्यात्मिक वातावरण स्थापित होता है।
यदि आप अपने घर के मंदिर में राम दरबार रखना चाहते हैं तो यह ध्यान रखें कि राम दरबार की विधि-विधान और श्रद्धा भाव से पूजा करें। सर्वप्रथम राम दरबार को गंगा जल से साफ करें। राम दरबार को किसी चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाकर रखना चाहिए। राम दरबार में भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी बैठे हुए होने चाहिए। राम दरबार को पूर्व दिशा में लगाना चाहिए क्योंकि इस दिशा को शुभ माना जाता है। राम दरबार में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी को पीले रंगे के वस्त्र अर्पित करने चाहिए। भगवान राम जी को फल, पुष्प, रोली अक्षत आदि अर्पित कर, धूप और दीप जलायें। फिर आरती कर सबको प्रसाद दें। घर में लगे राम दरबार का दर्शन एवं पूजा, घर के सभी सदस्यों को करनी चाहिए। भगवान श्री राम ने धर्म और मर्यादा के लिए अपने जीवन में कभी समझौता नहीं किया।
घर में राम दरबार की फोटो होने से सदस्यों में त्याग और सहयोग की भावना होती है। राम दरबार यानि राम जी का दरबार, जिसमें वह पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और अपने भक्त हनुमान के साथ होते हैं। राम दरबार में सबसे मुख्य भगवान राम होते हैं। राम दरबार भगवान राम के राज्य का प्रतिनिधित्व करता है। इसे राम राज्य के नाम से भी जाना जाता है। भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे कार्य किये जो कि सभी लोगों के लिए एक आदर्श हैं। भगवान राम का जीवन धर्म, सत्य, प्रेम, सदाचार, करुणा और मर्यादा के लिए पूरी तरह समर्पित रहा है। यही मुख्य वजह भी है कि घर के मंदिर में भगवान राम का दरबार लगाया जाता है और उसका पूजन किया जाता है। राम दरबार में आप राम परिवार की प्रतिमाओं की स्थापना कर सकते हैं। राम दरबार जीवन और आत्मा के पूर्ण मिलन को दर्शाता है।
Also Read :- स्वामी दयानंद सरस्वती- महान सुधारक महर्षि योगी और आध्यात्मिक गुरु
राम दरबार, भगवान राम के उनके सभी प्रिय सदस्यों के साथ संबंधों को दर्शाता है। उनकी पत्नी सीता, जो हर सुख-दुख में हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं और जिन्होंने एक आदर्श पति-पत्नी के रिश्ते का आदर्श उदाहरण स्थापित किया। भाई लक्ष्मण जो हमेशा भगवान राम के साथ छाया की तरह रहते थे और पूरे साहस और वीरता के साथ उनकी रक्षा करते थे। भाई लक्ष्मण ने हमेशा अपने भाई का साथ दिया चाहे कैसी भी चुनौती सामने आई हो। उन्होंने हमेशा विपरीत परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया। साथ ही हनुमान जी, जिनके दिल में राम और सीता बसते थे। वो भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त हैं, वो भगवन राम के प्रति पूरी तरह समर्पित थे। उनकी भक्ति इससे जाहिर होती है कि वह अपनी भक्ति दिखाने के लिए अपनी छाती फाड़ने को भी तैयार रहते थे।
जय श्री राम, जय श्री राम …
"Mata Rani's grace is like a gentle breeze, touching every heart that seeks refuge in her love."